नई दिल्ली, (संवाददाता)... सोनिया गांधी ने कश्मीर पर प्रधानमंत्री के प्रयासों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि बातचीत और आपसी समझ ही हिंसा को खत्म किया जा सकता है। सोनिया ने कहा कि वहां लोगों, खासकर युवाओं के गुस्से और तकलीफों को समझा जाना चाहिए। खासतौर से युवाओं की भावनाओं को। वे हमारे अपने हैं और उनके कष्ट भी हमें समझने होंगे। सोनिया ने विपरीत रिस्थितियों में काम कर रहे सुरक्षा बलों का जिक्र करते हुए कहा कि वे वहां मुश्किल ड्यूटि को अंजाम दे रहे हैं। कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए सोनिया ने नक्सल समस्या का जिक्र किया और अवैध खनन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए केन्द्र सरकार कड़े कदम उठा रही है। सोनिया ने कहा कि आदिवासियों की समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। जंगल और वहां के संसाधनों पर उनका हक है। बिहार विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए सोनिया ने कहा उनकी पार्टी वहां मुकाबले के लिए पूरी तरह तैयार है। सोनिया ने कहा कांग्रेस ही एक मात्र ऐसी पार्टी है जो सबके उत्थान के लिए काम करती है। बिहार को यूपीए सरकार ने विकास और कल्याणकारी कार्यक्रमों के लिए जितना पैसा दिया उतना पहले कभी नहीं दिया गया था। सोनिया ने कहा कि केन्द्र की कई प्रायोजित स्कीमों और कार्यक्रमों को लागू करने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों की होती है। इसलिए बिहार सहित कई राज्य सरकारें दावा करती है कि ये सब वह कर रही हैं।